ED Raids: मुंबई प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मेसर्स आइसवर्थ रियलिटी एलएलपी और अन्य संस्थाओं के खिलाफ चल रही धन शोधन जांच के सिलसिले में मुंबई, सूरत और दिल्ली में विभिन्न स्थानों पर तलाशी ली। इस तलाशी अभियान में हीरे, बैंक फंड, डीमैट अकाउंट होल्डिंग्स और लगभग 38.57 करोड़ रुपये की नकदी के रूप में चल संपत्तियों को जब्त और फ्रीज किया गया। एजेंसी ने शुक्रवार को बताया कि कई आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल डिवाइस भी जब्त किए गए हैं।
एजेंसी की मनी लॉन्ड्रिंग जांच सेबी अधिनियम 1992 की विभिन्न धाराओं के तहत शिकायत पर शुरू की गई थी। केंद्रीय एजेंसी ने कहा कि वर्तमान मामला मेसर्स आइसवर्थ रियलिटी एलएलपी और अन्य आरोपी व्यक्तियों/संस्थाओं द्वारा कई अंतर-संबंधित समूह संस्थाओं के साथ मिलीभगत करके सनराइज एशियन लिमिटेड (एसएएल) के शेयरों की कीमतों में हेरफेर करने से संबंधित है, जिससे वास्तविक निवेशकों की कीमत पर गैरकानूनी लाभ कमाया गया।
ईडी ने एक बयान में कहा, “जांच अवधि के दौरान शेयर की कीमत में देखी गई वृद्धि कंपनी के वास्तविक वित्तीय प्रदर्शन के अनुरूप नहीं थी और यह पूरी तरह से समूह की संस्थाओं द्वारा की गई हेराफेरी के कारण थी।”ईडी की जांच से पता चला है कि कई संस्थाओं और व्यक्तियों ने सनराइज एशियन लिमिटेड (एसएएल) के शेयरों की कीमतों में हेरफेर करके भारी मुनाफा कमाया, जबकि वास्तविक निवेशकों को नुकसान पहुंचाया।
ईडी ने कहा कि इस तरीके से अर्जित अवैध लाभ विभिन्न संस्थाओं और व्यक्तियों के खातों के माध्यम से भेजा गया, जिनमें से कुछ हीरा व्यापार के व्यवसाय में लगे हुए थे सूत्र ने बताया कि एजेंसी मामले की आगे जांच कर रही है तथा भविष्य में इस मामले में और अधिक राज़ खुलने की संभावना है।
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