Lok Sabha Election 2024 Result :लोकसभा चुनाव के परिणाम आ चुके हैं। दिल्ली में सरकार बनाने के लिए कवायद शुरू हो गई है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) आज बुधवार को दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं। वे दिल्ली में NDA की बैठक में हिस्सा लेंगे। दिलचस्प ये रहा कि जिस फ्लाइट में नीतीश थे , उसी फ्लाइट में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) भी शामिल थे। लोकसभा चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद सरकार बनाने से पहले आज दिल्ली में होने जा रही NDA की बैठक में शामिल होने के लिए NDA से जुड़े तमाम दल के नेताओं को दिल्ली बुलाया गया है। अब जनता का ध्यान भी NDA की बैठक और सरकार के गठन पर है।
2024 चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद बिहार में सियासत तेज हो गई है. बिहार CM नीतीश कुमार और RJD नेता तेजस्वी यादव एक ही फ्लाइट से दिल्ली आ रहे हैं. इस दौरान CM नीतीश कुमार ने तेजस्वी का हालचाल जाना और RJD नेता ने भी बिहार CM का अभिवादन किया. देखिए वीडियो…#NitishKumar #JDU… pic.twitter.com/lTpRQXcWAQ
— ABP News (@ABPNews) June 5, 2024
लोकसभा चुनाव में BJP को खुद के दम पर बहुमत नहीं मिला, उसे केवल 240 सीटें प्राप्त हुईं। पर उसके गठबंधन NDA ने 292 सीटों पर जीत दर्ज की है। सरकार बनाने के लिए 272 सीट चाहिए और गठबंधन की सीटें मिलाकर मोदी को ये बहुमत हासिल हो रहा है। TDP के पास 16 और JDU के पास 12 सीटें हैं। उधर 234 सीटों के साथ I.N.D.I.A. एलायंस भी सरकार बनाने की दावेदारी में है। अगर चंद्र बाबू नायडू की TDP साथ छोड़ती है तो भी NDA के पास 276 सीटें बचेंगी। यानी उसके पास बहुमत से 4 सीटें अधिक होंगी और NDA सत्ता पर काबिज हो जायेगी।
यदि NDA का साथ नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की JDU छोड़ती है तो 12 सीटों वाली JDU के जाने पर NDA के पास 280 सीटें रहेंगी। यानी बहुमत से 8 सीटें ज्यादा। फिर भी NDA की सरकार बनना तय है। पर अगर TDP और JDU दोनों NDA का साथ छोड़ते हैं तो TDP की 16 और JDU की 12 सीटें मिलकर 28 सीट होती है और 292 में से 28 कम होने पर 264 सीट बचती हैं। मतलब, बहुमत से 8 सीटें कम। ऐसे में NDA सरकार बहुमत से पीछे रह जाएगी। लेकिन NDA बड़ा गठबंधन रहेगा। ऐसे में प्री पोल एलायंस को बहुमत मिलने की स्थिति में राष्ट्रपति, NDA के नेता को सरकार बनाने की दावत देंगे। गठबंधन के नेता होने की वजह से मोदी प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे।अलबत्ता बहुमत साबित करने के लिए उन्हें 8 सीटों की जरूरत होगी। ऐसी हालत में निर्दलीय और कई छोटे-छोटे ऐसे दल, जो 18 सीटें जीते हैं मोदी इन सबको साथ लाकर बहुमत का आंकड़ा जुटा सकते हैं। जानकारों के मुताबिक एक बार सरकार बन गई तो मोदी को बहुमत जुटाने में खास दिक्कत नहीं होगी। यानी, इस बार भी मोदी के PM बनने की प्रबल संभावना है।
अब जरा समझते हैं कि I.N.D.I.A गठबंधन की सरकार बन सकती है क्या? अगर JDU, NDA छोड़कर इंडिया एलायंस के साथ आ जाए तो फिलहाल 234 सीट वाले इंडिया गठबंधन के पास 246 सीटें होंगी। यानी बहुमत के आंकड़े 272 से 28 सीटें कम। यदि TDP, NDA छोड़कर इंडिया एलांयस के साथ आती है तो इनका आंकड़ा 250 पहुंच जाएगा। इसके बाद भी ये बहुमत के आंकड़े से 22 सीटें पीछे रहेंगे। और यदि JDU और TDP दोनों इंडिया एलायंस में शामिल हो जाएं तो इन दोनों की सीटों यानी 28 सीटें जोड़कर आंकड़ा 262 पर पहुंचेगा। इसके बाद भी इंडी एलायंस 10 सीटों से बहुमत से पीछे रह जाएगा।
अगर JDU, TDP और रामविलास पासवान की पार्टी लोजपा इंडिया को सपोर्ट कर दें तो TDP की 16, JDU की 12 और लोजपा (राम विलास) की 5 सीटों को मिलाकर आंकड़ा पहुंचता है 267। फिर भी बहुमत से 5 सीटें कम ही रहेंगी। यानी इन तीनों पार्टियों के साथ आने के बावजूद I.N.D.I.A गठबंधन को बहुमत नहीं मिलेगा।
कुल मिलाकर आंकड़ों के खेल से यही लग रहा है कि इस बार भी मोदी का ही पलड़ा भारी है।