Mallikarjun Kharge on PM Speech: भारत आज कारगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ मना रहा है। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कारगिल विजय दिवस श्रद्धांजलि समारोह में शिरकत की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कारगिल के द्रास पहुंचकर इस जंग में शहीद होने वाले वीर जवानों को श्रद्धांजलि दी और साथ ही कारगिल वॉर मेमोरियल का दौरा किया। साथ ही कारगिल विजय श्रद्धांजलि समारोह में शामिल सभी को अपने भाषण से संबोधित भी किया। कारगिल विजय श्रद्धांजलि समारोह में पीएम नरेंद्र मोदी के भाषण पर टिप्पणी करते हुए मल्लिकार्जुन ने कहा, “नरेंद्र मोदी जी श्रद्धांजलि जैसे मौक़े पर भी ओछी राजनीति कर रहें हैं”।
दरअसल, विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन ने पीएम मोदी द्वारा कारगिल विजय दिवस श्रद्धांजलि समारोह में दिए गए भाषण पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। मल्लिकार्जुन ने श्रद्धांजलि समारोह में दिए गए भाषण को लेकर अपने ओफ्फिकल X अकाउंट पर एक पोस्ट शेयर किया है। मल्लिकार्जुन ने पोस्ट की शुरुआत कुछ इस कदर की, ये बेहद दुर्भाग्यपूर्ण व निंदनीय बात है कि प्रधानमंत्री @narendramodi जी कारगिल विजय दिवस के दिन शहीदों को श्रद्धांजलि जैसे मौके पर भी ओछी राजनीति कर रहें हैं।
“ऐसा पहले किसी प्रधानमंत्री ने नहीं किया। मोदी जी कह रहे हैं कि सेना के कहने पर उनकी सरकार ने अग्निपथ योजना लागू की थी, ये सरासर झूठ है, और पराक्रमी सेना का अक्षम्य अपमान है। मोदी जी, साफ़-साफ़ झूठ और भ्रम फैला रहें हैं”।
आगे मल्लिकार्जुन ने लिखा, पूर्व सेनाध्यक्ष (सेवानिवृत्त) जनरल एमएम नरवणे जी ने रेकॉर्ड पर कहा है कि ‘अग्निपथ योजना’ में 4 वर्षों की सेवा के बाद 75% लोगों को रखना था और 25% लोगों को सेवानिवृत्त करना था। पर मोदी सरकार ने इससे उल्टा किया, और ये योजना तीनों सैन्य बलों में जबरदस्ती लागू कर दी। खबरों के मुताबिक, पूर्व सेनाध्यक्ष (सेवानिवृत्त) जनरल एमएम नरवणे जी ने उस किताब में, जिसे मोदी सरकार ने प्रकाशित होने से रोक रखा है, ये भी कहा है कि ‘अग्निपथ योजना’ सेना के लिए चौंका देने वाली थी, और नौसेना व वायुसेना के लिए ये वज्रपात (bolt out of the blue) की तरह थी। आख़िर 6 महीनों के ट्रेनिंग के बाद मोदी जी किस स्तर सैनिकों का निर्माण कर रहे हैं। ना उन्हें किसी ऑपरेशन का अनुभव होगा ना ही उनमें परिपक्वता होगी। सैनिक देशभक्ति के जज्बे से सेना में शामिल होते हैं, जीविकोपार्जन के लिए नहीं।
“कई सेवानिवृत्त अधिकारियों ने इस योजना की कड़ी आलोचना करते हुए कहा है कि ये राष्ट्रीय सुरक्षा और ग्रामीण युवाओं की देशभक्ति भावनाओं से खिलवाड़ की तरह इसलिए इस योजना को पूरी तरह से समाप्त कर दिया जाना चाहिए। ये सब रिकॉर्ड पर है। अग्निवीर को कोई पेंशन नहीं मिलती, कोई Gratuity नहीं मिलती, कोई Family पेंशन मिलती, कोई Liberalized Family पेंशन नहीं मिलती और बच्चों की पढ़ाई के लिए कोई शिक्षा भत्ता नहीं मिलता “।
आखिर में पीएम मोदी को निशाने पर धरती हुए मल्लिकार्जुन ने मांग की और लिखा, अब तक 15 अग्निवीर शहीद हो चुके हैं। प्रधानमंत्री जी को कम से कम उनकी शहादत का तो मान रखना चाहिए। देश के युवाओं में अग्निवीर को लेकर बहुत ज्यादा गुस्सा है, कड़ा विरोध है। कांग्रेस पार्टी की मांग कायम रहेगी – अग्निपथ योजना बंद होनी चाहिए।