Samvidhaan Hatya Diwas on Emergency: मोदी सरकार ने 25 जून को ‘संविधान हत्या दिवस’ के रूप में मनाने का फैसला किया है। 1975 में इसी दिन आपातकाल की घोषणा की गई थी। केंद्र के इस फैसले पर कांग्रेस के कई उम्मीदवारों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। साथ ही अन्य पार्टी के उम्मीदवारों ने भी अपने मत रख है कई प्रतिक्रिया दी है।
‘संविधान हत्या दिवस’ पर बयान देते हुए कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने कहा, “आपातकाल के बाद, कांग्रेस पार्टी ने इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, मनमोहन सिंह और पी. वी. नरसिम्हा राव के साथ इस देश पर शासन किया है।” इस देश के लोगों ने कांग्रेस पार्टी में विश्वास बहाल किया.”।
वही केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी कहना है, “इंदिरा गांधी ने 1975 में जो कुछ किया वह लोकतंत्र की हत्या थी. लोग इसे भूल नहीं सकते. हमें हमेशा इस बात से अवगत रहना चाहिए कि कांग्रेस ने संविधान के साथ क्या किया… हर किसी को वह दिन याद रखना चाहिए…”
समाजवादी पार्टी के नेता फखरुल हसन चांद ने कहा, “बीजेपी सरकार में एजेंसियों और कानूनों का दुरुपयोग किया गया और विपक्ष के कई नेता परेशान थे. आपातकाल, चाहे घोषित हो या अघोषित, लोकतंत्र के लिए सही नहीं है. यह लोकतंत्र को कमजोर करता है. अगर कांग्रेस पार्टी 1975 में आपातकाल के लिए माफ नहीं किया जा सकता, आज की स्थिति के लिए बीजेपी को माफ़ नहीं किया जा सकता.”