Kamla Beniwal Death : कांग्रेस (Congress) की दिग्गज नेता और गुजरात की पूर्व राज्यपाल (Former Governor) 97 वर्षीय कमला बेनीवाल (Kamla Beniwal) का बुधवार को जयपुर के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में दुखत निधन हो गया है। बीमारी के चलते उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था और वही उनका इलाज चल रहा था। निराशा की बात है कि वह अब हमारे बीच नहीं है। उनके परिवार के मुताबिक गुरुवार को उनका अंतिम संस्कार होगा।
Saddened by the passing away of Dr. Kamla Beniwal Ji. She had a long political career in Rajasthan, where she served the people with diligence. I had countless interactions with her when she was the Governor of Gujarat and I was the Chief Minister. Condolences to her family and… pic.twitter.com/PvOj6rjGIX
— Narendra Modi (@narendramodi) May 15, 2024
गुजरात के अलावा कमला बेनीवाल (Kamla Beniwal) त्रिपुरा और मिजोरम की भी राज्यपाल रह चुकी है। वही 7 बार विधायक रह चुकी बेनीवाल राजस्थान की उप मुख्यमंत्री (Deputy Chief Minister) भी रह चुकी है। कमला बेनीवाल (Kamla Beniwal) के दुखत निधन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए दुख व्यक्त किया और श्रद्धांजलि अर्पण की। पीएम मोदी ने लिखा। “डॉ. कमला बेनीवाल जी के निधन से दुःख हुआ। राजस्थान में उनका लंबा राजनीतिक करियर रहा, जहां उन्होंने लगन से लोगों की सेवा की। जब वह गुजरात की राज्यपाल थीं और मैं मुख्यमंत्री था, तब मेरी उनके साथ अनगिनत बातचीत हुई थीं। उनके परिवार और दोस्तों के प्रति संवेदनाएं।’ शांति”।
#WATCH | Rajasthan CM Bhajanlal Sharma pays tribute to veteran Congress leader and former Deputy CM of Rajasthan, Kamala Beniwal
She passed away yesterday at a private hospital in Jaipur. pic.twitter.com/XOZIjtUKeW
— ANI (@ANI) May 16, 2024
राजस्थान के राज्यपाल (Governor) कलराज मिश्र (Kalraj Mishra) , राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा (CM Bhajanlal Sharma) , अशोक गहतोल (Ashok Gehlot) और अन्य कई नेताओं ने बेनीवाल के निधन पर शोक व्यक्त किया और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पण की। वही बता दे की, कमला बेनीवाल (Kamla Beniwal) ने 11 साल की उम्र में भारत छोड़ो आंदोलन में हिस्सा लिया था। राजस्थान विश्वविद्यालय में इतिहास में स्नातकोत्तर तक की शिक्षा ग्रहण करने के बाद वे राजनीति के मैदान में उतरी और 7 बार विधायक रहीं