प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी( Modi) ने राजस्थान में एक सभा को संबोधित करते हुए मुस्लिम समुदाय को घुसपैठिया बताया. इसे लेकर देशभर से उनकी आलोचना हो रही है. वंचित बहुजन अघाड़ी के अध्यक्ष प्रकाश अंबेडकर ने भी उनकी आलोचना की है.
प्रकाश अम्बेडकर ने कहा, ‘हम सभी नागरिक हैं। भारतीय मुसलमान घुसपैठिए नहीं हैं। वे हमारे विविधतापूर्ण, बहुलवादी और धर्मनिरपेक्ष देश के समान नागरिक हैं।
India’s Muslims are NOT ghuspaithiye.
They are equal citizens of our diverse, plural and secular country. We all are.
FULL STOP.
RSS-BJP has been continuously attempting to disenfranchise India’s Muslims by discriminatory policies while Congress maintains a fearful silence.…
— Prakash Ambedkar (@Prksh_Ambedkar) April 22, 2024
वंचित बहुजन आघाडी के प्रमुख ने आगे कहा कि, ‘आरएसएस-भाजपा भेदभावपूर्ण नीतियों के माध्यम से भारत के मुसलमानों को मताधिकार से वंचित करने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस ने चुप्पी साध रखी है। इसका प्रमुख उदाहरण सीएए-एनआरसी है।’
बता दें कि रविवार को राजस्थान के बांसवाड़ा इलाके में मोदी की चुनावी रैली हुई. इस बार उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधा। “पहले जब वे (कांग्रेस) सरकार में थे, तो उन्होंने कहा कि देश की संपत्ति पर पहला अधिकार मुसलमानों का है। इसका मतलब यह है कि इस धन को कौन इकट्ठा करेगा और कौन बांटेगा? जिनके अधिक बच्चे होंगे उन्हें यह महसूस होगा, घुसपैठियों को यह महसूस होगा। क्या आपकी कमाई घुसपैठियों को दे दी जाएगी? क्या आप इस बात से सहमत हैं?” यह सवाल उन्होंने मौजूद लोगों से पूछा।
कांग्रेस की अर्बन नक्सल सोच की नजर अब मेरी माताओं-बहनों के मंगलसूत्र पर है। क्या ऐसी कांग्रेस पर मेरे परिवारजन कभी भरोसा करेंगे। pic.twitter.com/sdPRObgbha
— Narendra Modi (@narendramodi) April 21, 2024
पीएम मोदी ने अपने बयान में आगे कहा कि, ‘कांग्रेस का घोषणापत्र ही कहता है कि वे देश में महिलाओं के सोने का हिसाब लेंगे और फिर उस संपत्ति को वितरित करेंगे।मनमोहन सिंह सरकार ने कहा था कि देश की संपत्ति पर पहला अधिकार मुसलमानों का है. मोदी ने इस दौरान यह भी कहा कि, ‘शहरी नक्सलवाद का यह विचार हमारी महिलाओं को मंगलसूत्र पढ़ने की इजाजत नहीं देगा’।
पीएम मोदी के बयान को लेकर शरद पवार गुट के नेता जितेंद्र अव्हाड ने कहा कि, ‘ देश के प्रधानमंत्री ने जो भाषण दिया वह निश्चित तौर पर पद के अनुरूप नहीं था। उन्होंने अपने भाषण में मुस्लिम समुदाय पर उंगली उठाते हुए ‘घुसपैठिया‘ शब्द का इस्तेमाल किया. जो बयान कांग्रेस ने कभी नहीं दिया। उन्होंने इसे कांग्रेस के नाम पर आगे बढ़ाया और कहा कि देश की संपत्ति मुसलमानों को वितरित की जा रही है। वे नहीं जानते कि यह सब करते समय उन्हें कौन सी खुशी या सुख मिलता है।”
आज देशाच्या पंतप्रधानांनी केलेले भाषण हे पदाला शोभणारे नक्कीच नव्हते. भाषणात मुस्लिम समाजाकडे बोट दाखवताना “घुसपेठीया” या शब्दाचा त्यांनी प्रयोग केला. जे विधान काँग्रेसकडून कधी केले नव्हते. ते काँग्रेसच्या नावावर ढकलून , राष्ट्राची संपत्ती मुस्लिमांना वाटणार होते, असे सांगून… pic.twitter.com/bNWmbxf8bR
— Dr.Jitendra Awhad (@Awhadspeaks) April 21, 2024
जितेन्द्र आव्हाड ने आगे लिखा कि,’जब देश के पास कहने को कुछ नहीं है इसलिए अगर प्रधानमंत्री का उद्देश्य अपने काम के बारे में बात किए बिना हिंदू–मुस्लिम नफरत फैलाना है, तो यह इस देश के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है। इतना कहने के बाद भी मुझे नहीं लगता कि चुनाव आयोग जागेगा। लेकिन, देश में चुनाव अब सिर्फ नफरत के मुद्दे पर लड़ा जा रहा है. क्योंकि, चुनाव के दौरान बदली हुई स्थिति और उनके पैरों तले खिसकती रेत को देखते हुए, उनके पास नफरत फैलाने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं है।