उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की बांदा जेल (Banda Jail) में बंद माफिया मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) की गुरुवार देर रात मौत हो गई। मिली जानकारी के मुताबिक़ गाजीपुर जिले (Ghazipur District) के काली बाग के कब्रिस्तान में मुख्तार अंसारी को सुपुर्द-ए-खाक की करने की तैयारी की जा रही है।
#WATCH ग़ाज़ीपुर: काली बाग कब्रिस्तान में गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी के अंतिम संस्कार की तैयारी चल रही है। pic.twitter.com/HJgFAZ8dLy
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 29, 2024
तो वहीं इससे पहले मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी ने कहा कि पूरा देश सब कुछ जानता है। दो दिन पहले मैं उनसे मिलने आया था, लेकिन मुझे इजाजत नहीं मिली। उमर अंसारी ने कहा कि धीमा जहर देने के आरोप पर हमने पहले भी कहा था और आज भी यही कहेंगे।
समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने मुख़्तार अंसारी की मौत की न्यायिक जांच की माँग की है। सपा प्रवक्ता आशुतोष वर्मा (Samajwadi Party’s Ashutosh Verma) ने कहा है कि इस घटना की न्यायिक जांच होनी चाहिये. इस घटना के लिये जो दोषी है, उस पर कारवाई होनी चाहिये. पिछले 18 साल से जेल में थे. उन्होंने खत लिखा था. जेल प्रशासन और सरकार के ऊपर सवाल उठाता है. इस घटना की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिये. न्याय सबके साथ एक होना चाहिये. इस सरकार में कैमरे के सामने गोली मारी गई.
मुख्तार अंसारी की मौत पर स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) ने एक्स पर लिखा, यह स्वाभाविक मौत नहीं हत्या की शाजिस प्रतीत होती है, पहले डाक्टरो की पैनल ने अस्पताल से डिस्चार्ज किया और कुछ घंटो बाद ही उनकी मौत, पारिवारिजनों द्वारा लगाए गये हत्या की साजिश की पुष्टि करती है। अतः पूरे घटना क्रम की जांच मा. उच्च न्यायालय की देखरेख में होना चाहिए यहाँ तक कि पोस्टमार्टम भी मा. उच्च न्यायालय के किसी जज के अभिरक्षण में ही किया जाना चाहिए, जिससे कि न्याय का गला घोटने वालों का चेहरा बेनक़ाब हो सके तथा थानो, जेलों, पुलिस अभिरक्षण में साजिशन किये जा रहे इस प्रकार के हत्याओं के फैशन पर विराम लग सके।
यह स्वाभाविक मौत नहीं हत्या की शाजिस प्रतीत होती है, पहले डाक्टरो की पैनल ने अस्पताल से डिस्चार्ज किया और कुछ घंटो बाद ही उनकी मौत, पारिवारिजनों द्वारा लगाए गये हत्या की साजिश की पुष्टि करती है।
अतः पूरे घटना क्रम की जांच मा. उच्च न्यायालय की देखरेख में होना चाहिए यहाँ तक कि…— Swami Prasad Maurya (@SwamiPMaurya) March 29, 2024