Adulteration in Rajasthan: राजस्थान में मिलावटी गरम मसाले बेचने और बनाने वालों के खिलाफ युद्ध स्तर पर कार्रवाई जारी है। पिछले एक माह से जारी छापामारी के तहत विभिन्न जिलों में 12 हजार किलो से ज्यादा गरम मसाला सीज किया गया है। इनमें कई नामी ब्रांड के मसाले भी हैं, जिनमें अधिक मात्रा में पेस्टिसाइड्स पाए गए हैं। बाड़मेर से 30 लाख रुपए के एवरेस्ट और MDH मसाले, ब्यावर में 420 किलो जीरा, अलवर में सीबा मसाला उद्योग से रायता मसाला के 100 ग्राम के 940 पैकेट जब्त किए गये और पाली में 7420 किलो मसाले सीज किए।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह (Shubhra Singh) ने इस संबंध में विस्तृत ब्योरा देते हुए बताया कि बड़ी मसाला कंपनियों के सैंपल लिए गए थे। कुछ सैंपल अनसेफ पाए गए। इसके बाद असुरक्षित पाए गए मसालों को सीज किया गया, दूसरे बैच के सैंपल लिए गए। इस तरह 12 हजार किलो से अधिक मसाले सीज किए गए हैं। 71 सैंपल असुरक्षित मिले तो MDH, शीबा ताजा, एवरेस्ट, हमदर्द, श्याम धनी, रामदेव व अन्य ब्रांड के पावभाजी मसाला, सांभर मसाला, गरम मसाला, चाट मसाला, सब्जी मसाला, रायता मसाला, चना मसाला को सीज कर दिया गया। एवरेस्ट मसाले के 20 लाख रुपए और MDH मसाले के 10 लाख रुपए से अधिक के माल को सीज किया गया है।
ब्यावर में खाद्य सुरक्षा टीम ने 420 किलो जीरा जब्त किया। टीम भी हैरान रह गई जब पता चला कि जीरा बनाने के लिए टैल्कम पाउडर का इस्तेमाल किया जा रहा था। मैसर्स किरण इंडस्ट्रीज का निरीक्षण कर टीम ने टैल्कम पाउडर मिलाकर तैयार किए गए 420 किलो जीरा को जब्त कर लिया गया। नमूने को प्रयोगशाला में भिजवाया गया है। इस तमाम कार्रवाई के चलते राजस्थान में डिस्ट्रीब्यूशन की बड़ी इकाइयों से माल को बेचने पर रोक लगा दी गई है। माल को सीज किया जा रहा है। अगले आदेश तक प्रतिबंध जारी रहेंगे। यह माल किसी को सप्लाई नहीं करने के लिए पाबंद किया गया है।
