Bangladesh Crisis: बांग्लादेश के हालात पर आज दिल्ली में हुई सर्वदलीय बैठक में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर से कुछ महत्वपूर्ण सवाल पूछे। राहुल गांधी ने ढाका में राजनीतिक उथल-पुथल के कूटनीतिक प्रभावों से निपटने के लिए सरकार की अल्पकालिक और दीर्घकालिक रणनीतियों के बारे में सवाल पूछा। इस पर जयशंकर ने जवाब दिया कि सिचुएशन डेवलप हो रही है और सरकार अपने अगले कदमों को तय करने के लिए घटनाओं पर बारीकी से नजर रख रही है।
गांधी ने बांग्लादेश में हाल की उथल-पुथल में विदेशी शक्तियों, विशेषकर पाकिस्तान की संभावित भूमिका के बारे में भी चिंता जताई। इस पर केंद्र ने संकेत दिया कि वह इस संभावना की जांच कर रहा है, क्योंकि एक पाकिस्तानी राजनयिक को बांग्लादेश में चल रही स्थिति को दर्शाने के लिए अक्सर अपने सोशल मीडिया प्रोफाइल की तस्वीर बदलते देखा गया है। सरकार इस बात की जांच कर रही है कि क्या उसका यह व्यवहार किसी बड़े मुद्दे का संकेत है।राहुल गांधी के यह पूछने पर कि क्या नई दिल्ली को बांग्लादेश में हुए इस नाटकीय घटनाक्रम की आशंका थी, एस. जयशंकर ने आश्वस्त किया कि भारत स्थिति पर सक्रिय रूप से नज़र रख रहा है।
Briefed an All-Party meeting in Parliament today about the ongoing developments in Bangladesh.
Appreciate the unanimous support and understanding that was extended. pic.twitter.com/tiitk5M5zn
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) August 6, 2024
बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह भी शामिल हुए। इस बैठक में सांसदों को बांग्लादेश में संकट के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।उनको बताया गया कि कैसे हालात इतने बिगड़ गये कि शेख हसीना को देश छोड़कर भारत भागना पड़ा! जयशंकर ने कहा कि शेख हसीना भारत में हैं और अभी सदमे में हैं, लिहाजा भारत सरकार उन्हें समय देना चाहती है ताकि वे भारत सरकार को बता सकें कि उनका भविष्य क्या होगा। इसके अलावा,जयशंकर ने बताया कि बांग्लादेश में कुल 20 हजार भारतीय नागरिक हैं। इनमें से अब तक 8000 लोग वापस आ चुके हैं। भारत सरकार वहां अपने लोगों के संपर्क में है।
वहां हाई कमीशन लगातार काम कर रहा है। सरकार का फोकस वहां फंसे अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पर है, जिनके जान-माल को प्रदर्शनकारी निशाना बना रहे हैं। वहां 10,000 से ज्यादा भारतीय छात्र फंसे हुए हैं। उनकी सुरक्षा के लिए भारत सरकार ने बांग्लादेश के सेना प्रमुख से भी बात की है। आखिर में एकजुटता का परिचय देते हुए कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने पड़ोसी देश में संकट से निपटने के लिए नरेन्द्र मोदी सरकार के प्रयासों के प्रति अपना पूर्ण समर्थन व्यक्त किया।