Islamabad High Court: एक चौंकाने वाली घटना में पाकिस्तान के एक सरकारी वकील ने इस्लामाबाद उच्च न्यायालय में एक चौंकाने वाला दावा किया है कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर यानी पीओके पाकिस्तान का नहीं बल्कि एक विदेशी क्षेत्र है। शुक्रवार को इस्लामाबाद हाईकोर्ट में पाकिस्तान के सरकारी वकील ने अदालत को बताया कि कश्मीरी शायर अहमद फरहाद (Ahmed Farhad) 2 जून तक आजाद कश्मीर में फिजिकल रिमांड पर हैं । उन्हें इस्लामाबाद कोर्ट में पेश नहीं किया जा सकता क्योंकि आजाद कश्मीर एक विदेशी क्षेत्र है।
बता दें, कि अहमद फरहाद (Ahmed Farhad) पीओके के एक पत्रकार और लेखक हैं, उन्हीं की गिरफ्तारी को लेकर इस्लामाबाद हाईकोर्ट में मुकदमा चल रहा है और इसी केस में इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने सरकार से अहमद फरहाद (Ahmed Farhad) को कोर्ट में पेश करने के लिए कहा था। अहमद के परिवार वालों ने दावा किया था कि सरकार की आलोचना करने की वजह से पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI ने उनको गायब किया है। अहमद की पत्नी उरूज ने कहा था कि 14 मई को देर रात चार लोग अहमद को एक कार में बैठाकर ले गए थे। इस्लामाबाद कोर्ट के दखल के बाद उनके कश्मीर पुलिस की कस्टडी में होने की बात सामने आई है।
State of Pakistan projecting AJK in a very negative perspective. They kidnapped a poet from Islamabad. They don’t have moral courage to admit the kidnapping and now they showed his arrest in AJK and told IHC that AJK is foreign territory. Means they have the authority of an… https://t.co/UoHavyXyva
— Hamid Mir حامد میر (@HamidMirPAK) May 31, 2024
दूसरी ओर वहां के मानवाधिकार संगठनों का आरोप है, कि अहमद फरहाद (Ahmed Farhad) को पाकिस्तान की सेना ने गायब किया है और वे पीओके के जेल में नहीं हैं, लेकिन सरकारी वकील का कहना है, कि अहमद फरहाद (Ahmed Farhad) पीओके जेल में ही बंद हैं। बहरहाल, वकील की इस दलील से हैरान इस्लामाबाद उच्च न्यायालय ने कहा कि अगर आज़ाद कश्मीर एक विदेशी क्षेत्र है और पाकिस्तान का अभिन्न अंग नहीं है, तो पाकिस्तानी सेना और पाकिस्तानी रेंजर्स पाकिस्तान से यहां कैसे घुस आए। अदालत ने आगे कहा कि वकील के दावे ने सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रिया को आमंत्रित किया है। पाकिस्तान के हामिद मीर जैसे चर्चित मीडियाकर्मियों सहित विभिन्न हस्तियों द्वारा आज़ाद कश्मीर की स्थिति के बारे में वकील के इस दावे की आलोचना की जा रही है।
यहां यह भी उल्लेखनीय है कि पीएम नरेन्द्र मोदी (पं Narendra Modi) और गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) समेत हमारे हमारे अनेक मंत्रीगण पीओके को भारत का हिस्सा बता चुके हैं और उसे वापस लेने के लिए प्रतिबद्ध हैं।