PM Modi Meditation: लोकसभा चुनाव प्रचार खत्म होने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) ने अपने पहले से घोषित कार्यक्रम यानी कन्याकुमारी में ध्यान साधना की शुरुआत कर दी है। वे तिरुवनंतपुरम से गुरुवार को यहां पहुंचे और कन्याकुमारी में विवेकानंद रॉक मेमोरियल में अपना 45 घंटे लंबा ध्यान सत्र शुरू किया जो 1 जून तक चलेगा। प्रधानमंत्री ने सर्वप्रथम भगवती अम्मन मंदिर में पूजा-अर्चना की। पूजा के समय वे दक्षिण भारतीय परिधान सफ़ेद मुंडु और शाल में नज़र आए। इस पूजा-अर्चना के बाद वे राज्य सरकार के जहाजरानी निगम द्वारा संचालित नौका सेवा के जरिये विवेकानन्द रॉक मेमोरियल पहुंचे और ‘ध्यान मंडपम’ में ध्यान लगाना शुरू किया। यह वह जगह है जहां बंगाल की खाड़ी, अरब सागर और हिंद महासागर का मिलन होता है।
Visuals from PM Modi’s visit to Vivekananda Rock Memorial in Kanniyakumari, Tamil Nadu. He will meditate for two days at the Dhyan Mandapam, a place where Swami Vivekanand did meditation. pic.twitter.com/OIxd7W1exv
— BJP (@BJP4India) May 30, 2024
PM 30 मई की शाम से 1 जून की शाम तक कन्याकुमारी में रहेंगे। करीब दो दिनों तक वे विवेकानंद रॉक मेमोरियल में उसी स्थान पर दिन-रात ध्यान लगाएंगे, जहां सन् 1892 में स्वामी विवेकानंद ने ध्यान लगाया था।और उन्हें भारत माता के दिव्य दर्शन हुए थे। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इसी जगह पर देवी पार्वती ने एक पैर पर बैठकर भगवान शिव की प्रतीक्षा की थी। 1 जून को यहां से अपने प्रस्थान से पहले मोदी स्मारक के बगल में स्थित तमिल कवि तिरुवल्लुवर की प्रतिमा देखने जा सकते हैं। स्मारक और प्रतिमा दोनों ही छोटे-छोटे टापुओं पर बनाए गए हैं, जो समुद्र में अलग-अलग और टीले जैसी चट्टानी संरचनाएं हैं।
मोदी के 45 घंटे के इस प्रवास के लिए भारी सुरक्षा सहित सभी व्यवस्थाएं की गई है। पूरे कन्याकुमारी में 2 हजार पुलिसकर्मी तैनात हैं। साथ ही तमिलनाडु पुलिस का कोस्टल सिक्योरिटी ग्रुप, कोस्ट गार्ड और नेवी भी तैनात हैं। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री ने 2019 के चुनाव प्रचार के बाद केदारनाथ की एक गुफा में भी इसी तरह का ध्यान अभ्यास किया था।
भाजपा की तमिलनाडु इकाई के अध्यक्ष के. अन्नामलाई (K. Annamalai) ने अपनी पत्रकार वार्ता में प्रधानमंत्री मोदी (PM Narendra Modi) की इस यात्रा को पूरी तरह से ‘निजी’ यात्रा बताया है। उन्होंने कहा कि यही वजह है कि उनकी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने इस कार्यक्रम में भाग नहीं लिया।