Priyanka Gandhi on Cruelty Against Women: पिछले एक हफ्ते में देश भर में महिलाओं के साथ हुए अत्याचार, बलात्कार और हत्या की कई खबर सामने आयी है। और अभी तक इन घटनाओं को ना ही रोक लगी है और ना ही प्रशासन ने इन घटनों पर आवाज़ उठाई है। महिलाओं और बच्चो के साथ बढ़ते अत्याचार को देख आज देश की सारी महिलाएं दुखी और क्रोधिद है। सब का एक ही कहना है की देख को आजादी मिले 78 वर्ष हो गए लेकिन महिलाओं को अभी तक आजादी नहीं मिली है। वही अभी भी कोलकाता, बिहार, उत्तराखंड और यूपी में महिलाओं के साथ क्रूरता की घटन बढ़ती ही जा रही है।
वही कोलकाता, बिहार, उत्तराखंड और यूपी में महिलाओं के साथ हुई क्रूरताओं पर प्रियंका गांधी ने प्रतिक्रिया देते हुए पोस्ट जारी किया है। साथ ही सवाल किये है की ऐसी घटनाओं पर महिलाएं देखती हैं कि सरकारें क्या कर रही हैं?, महिलाओं की बातों और उपायों में सरकार कितनी गंभीरता है? महिलाएं सुरक्षा की आशा किससे करें?
X अकाउंट पर जारी किये पोस्ट में प्रियंका गांधी ने लिखा, “कोलकाता, बिहार, उत्तराखंड और यूपी में महिलाओं के साथ हुई क्रूरताओं ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस समय देश भर की महिलाएं दुख और गुस्से में हैं”।
कोलकाता, बिहार, उत्तराखंड और यूपी में महिलाओं के साथ हुई क्रूरताओं ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस समय देश भर की महिलाएं दुख और गुस्से में हैं।
जब भी ऐसी घटनाएं होती हैं तो देश की महिलाएं देखती हैं कि सरकारें क्या कर रही हैं? उनकी बातों और उपायों में कितनी गंभीरता है?…
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) August 16, 2024
“जब भी ऐसी घटनाएं होती हैं तो देश की महिलाएं देखती हैं कि सरकारें क्या कर रही हैं? उनकी बातों और उपायों में कितनी गंभीरता है? जहां भी महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सख्त संदेश देने की जरूरत हुई, वहां आरोपियों को बचाने की कोशिश की गईं। महिलाओं पर जघन्य अत्याचार के मामलों में बार-बार नरमी बरतना, आरोपी को राजनीतिक संरक्षण देना और सजायाफ्ता कैदियों को जमानत/पैरोल देने जैसी हरकतें महिलाओं को हतोत्साहित करती हैं”।
“इससे देश की महिलाओं में क्या संदेश जाता है? जब सरकारी आंकड़ों में हर दिन 86 रेप हो रहे हों, महिलाएं सुरक्षा की आशा किससे करें?”