Shikhar Bank Scam : पिछले दिनों देश के जाने-माने सामाजिक कार्यकर्ता अण्णा हजारे को लेकर चर्चा गर्म थी कि उन्होंने महाराष्ट्र शिखर बैंक घोटाला मामले में मुंबई पुलिस की अतिरिक्त क्लोजर रिपोर्ट को चुनौती देने का फैसला किया है। वे अजित पवार से जुड़े मामले में विरोध याचिका दायर करेंगे और शिखर बैंक घोटाला मामले में एक्स्ट्रा क्लोजर रिपोर्ट को चुनौती देंगे। लेकिन अब अन्ना ने इस खबर को झूठ बताया है।
दरअसल मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच द्वारा शिखर बैंक घोटाले में अजित पवार और उनकी पत्नी सांसद सुनेत्रा पवार को क्लीन चिट देते हुए पुलिस ने इस कथित घोटाले में क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की थी। इस रिपोर्ट के खिलाफ वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे द्वारा अदालत में याचिका दायर करने की खबर व्यापक रूप से प्रसारित की गई थी।इस पर एनसीपी की ओर से भी प्रतिक्रियाएं दी गईं। लेकिन अब खुद अन्ना हजारे ने इस बारे में कुछ बातें साफ कर दी हैं।
अन्ना हजारे का कहना है कि ” मेरा इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है। कुछ लोग अपने स्वार्थ के लिए मेरे नाम का इस्तेमाल कर रहे है;” वे रालेगणसिद्धि में बोल रहे थे। अन्ना हजारे ने कहा,”मैं इस मुद्दे पर कभी नहीं बोलता, मैंने कभी नहीं बोला लेकिन जब इसमें मेरा नाम आया तो मैं चौंक गया। पंद्रह साल पहले मैंने इस मामले के खिलाफ आवाज उठाई थी लेकिन अब मेरा इससे कोई लेना-देना नहीं है।”
ग़ौरतलब है कि शिखर बैंक ने 2005 से 2010 के बीच राज्य में सहकारी चीनी मिलों, सहकारी धागा मिलों, कारखानों और अन्य कंपनियों को 25 हजार करोड़ रुपये से अधिक लोन बांटे थे। बाद में पता चला कि यह सभी लोन गलत तरीके से दिए गए थे।