Independence Day Celebrations: 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस समारोह के अवसर पर लाल किले पर ध्वजारोहण के दौरान नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को पांचवी पंक्ति में बैठा देख विवाद खड़ा हो गया है। कांग्रेस नेताओं ने न प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी पर आरोप लगाए है की यह उन्होंने जानबुज के किया है। प्रोटोकॉल के मुताबिक लोकसभा में विपक्ष के नेता को एक कैबिनेट मंत्री के स्तर का दर्जा प्राप्त होता है। साथ ही स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान उन्हें हमेशा आगे की पंक्ति में सीट दी जाती है, जो कि राहुल गांधी को नहीं मिली।
वही भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत स्वतंत्रता दिवस समारोह में पांचवी लाइन में राहुल गाँधी को बैठा देख भड़क गयी है। सुप्रिया श्रीनेत ने वीडियो जारी कर बीजेपी और पीएम मोदी पर निशाना साधा है। सुप्रिया श्रीनेत ने जारी किये वीडियो में कहा, “नरेंद्र मोदी एक छोटी मानसिकता के और बड़े छोटे दिल के आदमी है। और इसका प्रमाण वोह खुद ही बार बार देते है। छोटे मन के लोगों से बड़ी बात की उम्मीद नहीं करनी चाहिए”।
“आज स्वतंत्रता दिवस समारोह पर नेता प्रतिपक्ष राहुल गाँधी को पांचवी लाइन में बिठाकर नरेंद्र मोदी आपने तो आपकी कुंठा दिखा दी लेकिन इससे राहुल गाँधी को तो फरक नहीं पड़ता है। वोज जान नायक है और उसी शिद्दत से लोगों के मुद्दे उठाएंगे जैसे वो उठाते है। लेकिन यह दिखता है की आप और आपकी सरकार के मन में लोकतंत्र के लिए लोकतांत्रित परम्पराओं के लिए, नेता प्रतिपक्ष के लिए तनिक भी इज्जत नहीं है”।
छोटे मन के लोगों से बड़ी चीज़ों की उम्मीद करना बेमानी है
नेता प्रतिपक्ष @RahulGandhi को स्वतंत्रता दिवस के समारोह में पाँचवीं लाइन में बिठा कर नरेंद्र मोदी ने अपनी कुंठा ज़रूर दिखाई, लेकिन इससे राहुल गांधी को कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता है
नेता प्रतिपक्ष की रैंक कैबिनेट मंत्री की… pic.twitter.com/hS8B4ybApN
— Supriya Shrinate (@SupriyaShrinate) August 15, 2024
“नेता प्रतिपक्ष की रैंक कैबिनेट मंत्री की होती है। सरकार के मंत्री पहली लाइन में बैठें थे और खड़गे जी की सीट भी पांचवी पंक्ति में थी। एक बेवकूफी का बयान रक्षा मंत्रालय की और से आया है। की ऐसा इस लिए किया गया क्यूंकि वह ओलिंपिक खिलाडियों को सम्मान देना चाहते थे”।
वही ओलिंपिक खिलाडियों को सम्मान देने की बात पे श्रीनेत ने कहा, बिलकुल देना चाहिए। लेकिन क्या यह सम्मान गृहमंत्री अमित शाह, वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण, स्वास्थ्यमंत्री जेपी नड्डा नहीं देना चाहते? वे क्यों आगे बैठे हुए थे?
“सच यह है कि राहुल गांधी से मोदी और उनके मंत्री आँखें चुराते हैं, और असहज हो जाते हैं. राहुल गांधी पाँचवीं लाइन में बैठें या पचासवीं, वो जननायक ही रहेंगे – लेकिन आपलोग इस तरह की गलीच हरकतें करना कब बंद करेंगे”?
