Bangladesh Hindu Violence : शेख हसीना सरकार के तख्तापलट के बाद फैली हिंसा और अराजकता के बीच लाखों हिंदुओं ने ढाका में एकत्र होकर जमकर नारेबाजी की। लोगों ने कहा- ‘यह देश किसी के बाप का नहीं है, इसके लिए हमने खून दिया है। जरूरत पड़ी तो फिर से खून देंगे, पर देश नहीं छोड़ेंगे.’ उन्होंने हिंदुओं पर हो रही हिंसा के दौरान मूकदर्शक बने रहने को लेकर सिविल सोसाइटी के सदस्यों पर नाराजगी जताई।
प्रदर्शन कर रहे लोगों ने अल्पसंख्यक समुदाय के लिए एक मंत्रालय और अलपसंख्यक सुरक्षा आयोग की मांग रखी। साथ ही अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए सख्त कानून बनाने और उसे लागू करने की मांग की है। प्रदर्शनकारियों ने संसद में 10 प्रतिशत सीटें अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षित करने की मांग की है।
“Hindus have Right to Live”
This is from the capital city of Bangladesh.
Hindu Community gathered in Dhaka to protest against the attacks on Hindus and Temples in Bangladesh. pic.twitter.com/RVDxFbXAuT
— Anshul Saxena (@AskAnshul) August 9, 2024
बांग्लादेश हिंदू बौद्ध ईसाई ओइक्या परिषद के अनुसार शेख हसीना के सत्ता से हटने के बाद बांग्लादेश के 64 जिलों में से 52 जिलों में अल्पसंख्यकों के साथ अत्याचार की 205 घटनाएं हुई हैं। इस संगठन ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के नेता मोहम्मद यूनुस को एक खुला पत्र लिखकर इंसाफ की मांग की है।
