Bombay Blast Case: एक वक्त मुंबई में खौफ का दूसरा नाम कहलांने वाले गैंगस्टर अबू सलेम को अब खुद अपनी जान जाने का डर सताने लगा है। अबू सलेम 1993 के बॉम्बे बम ब्लास्ट केस में दोषी करार दिए जाने के बाद तलोजा जेल में बंद है। उसने अपनी जान को खतरा बताते हुए स्पेशल कोर्ट से तलोजा सेंट्रल जेल के अधीक्षक को निर्देश देने की मांग की थी कि उसे किसी दूसरी जेल में शिफ्ट न किया जाए, जिस पर विचार करते हुए कोर्ट ने अंतरिम आदेश तक सलेम को जेल से ट्रांसफर करने पर रोक लगाई है।
#WATCH | Gangster Abu Salem has filed an application in the Mumbai Sessions Court to not shift him from Taloja jail to any another jail
Salem’s advocate, Alisha Parekh says, “He has filed this application as he feels that there is a threat to his life. Taloja Jail has replied… pic.twitter.com/dJDsycvnFA
— ANI (@ANI) June 11, 2024
19 साल पहले अबू सलेम पूर्तगाल से प्रत्यर्पण संधि के तहत भारत लाया गया था। उस संधि की एक शर्त थी सलेम को सजा ए मौत नहीं सुनाई जा सकती है। हालांकि अब सलेम को मौत का डर सता रहा है। कोर्ट में दायर याचिका में उसने कहा कि जेल से उसकी रिहाई का दिन करीब आ रहा है और ऐसे में उसे सेल में मरम्मत के बहाने दूसरे जेल में ट्रांसफर कर, मारने की साजिश रची जा रही है। याचिका में सलेम ने अपने ऊपर हुए पिछले दो हमलों का हवाला भी दिया था जिनमें आर्थर रोड जेल में हुए हमले का खास तौर से जिक्र है।
सलेम का कहना है कि याचिका में कहा गया है कि उस पर हमला करने वाले गैंगस्टर मुस्तफा दोसा की अब मौत हो चुकी है, लेकिन उसके साथी और छोटा राजन गैंग के लोग मुंबई सेंट्रल जेल, औरंगाबाद सेंट्रल जेल, अमरावती सेंट्रल जेल और कोल्हापुर सेंट्रल जेल आदि जेलों में बंद हैं। वे जेल अधिकारियों को रिश्वत देकर उस पर हमला कर सकते हैं।