Bajaj Finance Tax Scam: बजाज फाइनेंस लिमिटेड को DGGI यानी वस्तु एवं सेवा कर खुफिया महानिदेशालय की तरफ से कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। इस कंपनी पर 341 करोड़ रुपये की कथित टैक्स चोरी का आरोप है। के लिए DGGI ने यह नोटिस कंपनी को भेजा है। रिपोर्ट के अनुसार कंपनी को अब 850 करोड़ रुपये देना पड़ सकता है।
नोटिस में कहा है कि बजाज फाइनेंस लिमिटेड ने गलत तरीके से सर्विस चार्ज को इंटरेस्ट चार्ज बताया। कंपनी को 341 करोड़ रुपये की कथित टैक्स चोरी पर 100 प्रतिशत की पेनाल्टी लगी है। वहीं, जून 2022 से मार्च 2024 तक के लिए हर दिन के हिसाब 16 लाख रुपये की पेनाल्टी लगी है। कुल मिलाकर यह रकम 850 करोड़ रुपये होती है। यह पूरा मामला अगस्त 2022 में केरल के कोझीकोड में कंपनी के रिटेल आउटलेट पर किए गए जांच के बाद सामने आया है।
बजाज फाइनेंस को ₹341 करोड़ की GST चोरी का मिला नोटिस
ई डी ने टैक्स चोरी के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया है। कंपनी पर गलत तरीके से सर्विस चार्ज को इंटरेस्ट चार्ज के रूप में दिखाकर टैक्स बचाने का आरोप है। कंपनी पर जून-2022 से मार्च-2024 के दौरान टैक्स चोरी का आरोप है। pic.twitter.com/gnnObeLkBp— Abhishek yadav ( krishnavanshi) (@1999yadavji) August 9, 2024
नोटिस में कहा गया है कि सेंट्रल टैक्स नियमों के तहत छूट पाने के लिए बजाज फाइनेंस ने सर्विस चार्ज को इंटरेस्ट चार्ज दिखाया है। DGGI ने कहा है कि प्रोसेसिंग या सर्विस चार्ज पर टैक्स लगता है। जबकि इंटरेस्ट चार्ज पर कोई टैक्स नहीं लगता है। बता दें, बजाज फाइनेंस लिमिटेड देश का सबसे बड़ा कंज्यूमर फाइनेंस एनबीएफसी है। कंपनी के पास 3.54 लाख करोड़ रुपये का एसेट है। इस पूरे प्रकरण पर बजाज फाइनेंस लिमिटेड की तरफ से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।