Happy World Book Day : विश्व पुस्तक दिवस किताबों और पढ़ने का एक वैश्विक उत्सव है, जो आमतौर पर 23 अप्रैल को मनाया जाता है। यह पढ़ने, प्रकाशन और कॉपीराइट (copywrite) के प्रति प्रेम को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है। यह दुनिया भर के 100 से अधिक देशों में मनाया जाने वाला दिवस है है। कई विद्यालय और पुस्तकालय , बच्चों और वयस्कों के बीच पढ़ने को प्रोत्साहित करने के लिए विशेष कार्यक्रम और गतिविधियाँ आयोजित करते हैं।
यह कार्यक्रम पहली बार 1998 में यूनाइटेड किंगडम (United Kingdom) में मनाया गया था। विश्व पुस्तक दिवस एक चैरिटी कार्यक्रम (charity event) है जो हर साल मार्च के पहले गुरुवार को यूनाइटेड किंगडम (United Kingdom) और आयरलैंड (Ireland) में आयोजित किया जाता है। विश्व पुस्तक दिवस पर, यूके और आयरलैंड (Ireland) गणराज्य में पूर्णकालिक शिक्षा प्राप्त प्रत्येक बच्चे को किताबों पर खर्च करने के लिए वाउचर दिया जाता है। यह कार्यक्रम पढ़ने, प्रकाशन और कॉपीराइट को बढ़ावा देने के लिए UNESCO द्वारा आयोजित मूल, वैश्विक विश्व पुस्तक दिवस की स्थानीय अभिव्यक्ति है और 23 अप्रैल को व्यापक रूप से मनाया जाता है। इसके विपरीत, स्वतंत्र चैरिटी द रीडिंग एजेंसी द्वारा आयोजित वर्ल्ड बुक नाइट कार्यक्रम 23 अप्रैल को आयोजित किया जाता है।
आइये नजर डालते है कुछ ऐसे भारतीय साहित्य कहानियों, दृष्टिकोणों और विषयों की एक समृद्ध टेपेस्ट्री प्रदान पर। भारतीय लेखकों की कुछ ऐसी पुस्तकें जिन्हें अक्सर उनके सांस्कृतिक महत्व, कहानी कहने की क्षमता और महत्वपूर्ण विषयों की खोज के लिए अनुशंसित किया जाता है।
1) A Suitable Boy : विक्रम सेठ (Vikram Seth) द्वारा लिखित “ए सूटेबल बॉय” – स्वतंत्रता के बाद के भारत पर आधारित एक विशाल और गहन गाथा है , जो प्रेम, राजनीति और परंपरा की खोज करती है।
2) The White Tiger : अरविंद अडिगा (Arvind Adiga) द्वारा लिखित “द व्हाइट टाइगर” – आधुनिक भारत की सामाजिक-आर्थिक असमानताओं की एक गहरी विनोदी और तीखी आलोचना, जिसे एक ड्राइवर की नज़र से बताया गया है।
3) train to pakistan : खुशवंत सिंह (Khushwant Singh) द्वारा लिखित “ट्रेन टू पाकिस्तान” – भारत के विभाजन के दौरान सेट, यह उपन्यास सांप्रदायिक तनाव और मानवीय लचीलेपन की जटिलताओं पर प्रकाश डालता है।
4) The Palace of Illusions : चित्रा बनर्जी दिवाकरुनी (Chitra Banerjee Diwakaruni) द्वारा “द पैलेस ऑफ इल्यूजन्स” – द्रौपदी के नजरिए से भारतीय महाकाव्य महाभारत की पुनर्कथन, शक्ति, नियति और लिंग के विषयों की खोज।
5) The Namesake : झुम्पा लाहिड़ी (Jhumpa Lahiri) द्वारा लिखित “द नेमसेक” – एक उपन्यास जो एक बंगाली-अमेरिकी आप्रवासी के जीवन और पहचान, अपनेपन और परिवार के साथ उसके संघर्ष का वर्णन करता है।
ये पुस्तकें भारत की विविध संस्कृतियों, इतिहास और अनुभवों की झलक पेश करती हैं, जिससे ये भारतीय साहित्य और संस्कृति को दर्शाती है।