Maharashtra MP Protest Against Union Budget 2024: मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के पहला बजट मंगलवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा संसद में पेश किया गया। हालांकि उनके पेश किये गए इस बजट से विपक्ष दल के नेता खुश नजर नहीं आ रहे हैं। वही केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के इस इस बजट पर विपक्षी दलों के नेताओं की प्रतिक्रिया आने लगी हैं। आम बजट में बिहार और आंध्र प्रदेश को अधिक बजट मिला। वही महाराष्ट्र के सांसद ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए गए बजट में महाराष्ट्र की अनदेखी का आरोप लगाया।
संसद में महाराष्ट्र का उल्लेख न करने पर महाराष्ट्र के सांसद नाराज हो गए जिसके बाद सदन के बाहर सांसदों ने ‘मोदी सरकार मुर्दाबाद’ और ‘हाय-हाय’ के नारे लगाए। ABP न्यूज़ से बात करते हुए शिवसेना UBT की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, “अलायंस पार्टनर अपने राज्यों के लिए स्पेशल स्टेटस की मांग कर रहे थे, लेकिन उन्हें नहीं दिया गया. वहीं, महाराष्ट्र को हर बजट में इन्नोर किया जाता है. महाराष्ट्र से टैक्स लेकर, उन्हें कोई फंड नहीं दिया जाता. ये महाराष्ट्र के लिए शर्मनाक है।”
वही कांग्रेस अध्यक्ष वर्षा गायकवाड़ ने प्रोटेस्ट का वीडियो अपने X अकाउंट पर शेयर करते हुए लिखा, “धिक्कार है ऐसे मोदी सरकार का। देश में सबसे ज्यादा राजस्व और टैक्स देने वाले महाराष्ट्र के लिए इस बजट में कोई खास प्रावधान नहीं है. उन्होंने सत्ता में अपने सहयोगियों के राज्यों के लिए एक शानदार पैकेज की घोषणा की, लेकिन केंद्रीय वित्त मंत्री के भाषण में महाराष्ट्र का साधारण उल्लेख तक नहीं हुआ।”
धिक्कार असो या मोदी सरकारचा…
देशाला सर्वाधिक महसूल आणि कर देणाऱ्या महाराष्ट्रासाठी या अर्थसंकल्पात कोणतीही भरीव तरतूद नाही. सत्तेत असलेल्या आपल्या मित्र पक्षांच्या राज्यांसाठी छप्पर फाड पॅकेज जाहीर केले, पण महाराष्ट्राचा साधा उल्लेखही केंद्रीय अर्थमंत्र्यांच्या भाषणात नाही.… pic.twitter.com/KIhhhPJjBK
— Prof. Varsha Eknath Gaikwad (@VarshaEGaikwad) July 23, 2024
वर्षा गायकवाड़ ने आगे लिखा, “भाजपा सरकार की महाराष्ट्र विरोधी नीति एक बार फिर उजागर हुई है। खोके सरकार डींगें हांक रही थी कि डबल इंजन सरकार के तहत केंद्र सरकार महाराष्ट्र पर मेहरबान रहेगी, लेकिन हुआ इसका ठीक उल्टा। क्योंकि केंद्र सरकार यह भलीभांति जानती है कि वह महाराष्ट्र की कितनी भी अनदेखी कर ले, लेकिन राज्य सरकार के पास इसका जवाब देने की न तो बड़ी जुबान है और न ही हिम्मत. महाराष्ट्र स्तर पर निराशा हाथ लगी है। इस महाराष्ट्र द्वेषी मोदी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन।”