Raj Thackeray on Assembly elections: लोकसभा चुनाव में महायुति को बिना शर्त समर्थन देने वाले मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे का महायुति से मोहभंग हो गया है। राज ठाकरे ने विधानसभा चुनाव अकेले लड़ने का फैसला किया है। राज ठाकरे विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी से गठबंधन नहीं करेंगे। मनसे ने ऐलान किया है आने वाले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में 225 से 250 सीटों पर उम्मीदवार उतारेंगे। 1 अगस्त से महाराष्ट्र का दौरा करने का बाकायदे ऐलान भी कर दिया है। पार्टी के नेता और पदाधिकारियों से बोल दिया है गठबंधन का विचार छोड़ दें।जिसे पार्टी छोड़ना है जा सकते है।
दरअसल, लोकसभा चुनाव से पहले शिवसेना और एनसीपी में हुए टूट के चलते विधानसभा चुनाव में खूब घमासान मचने के पूरे आसार है। लोकसभा चुनाव में बिना शर्त समर्थन देने वाले राज ठाकरे अब वर्तमान सरकार की योजनाओं से नाराज है। नाराजगी की वजह है, सरकार के पास लाडली योजना और लड़का योजना के लिए पैसा है लेकिन सड़कों के गड्ढे पाटने के लिए पैसे नहीं है। वहीं लगे हाथ सहयोगी पक्ष और विपक्ष पर आरोप भी लगा दिया। जनता का ध्यान भटकाने के लिए दोनों एक दूसरे को गाली दे रहे है।
आज २५ जुलै २०२४ रोजी, मुंबईतील रंगशारदा सभागृहात, मी आगामी विधानसभा निवडणुकांच्या निमित्ताने प्रमुख पदाधिकाऱ्यांशी संवाद साधला. त्यातील काही महत्वाचे मुद्दे…
१) मध्यंतरी २०,२५ दिवस मी अमेरिकेत होतो, तिथे बृहन महाराष्ट्र मंडळाच्या अधिवेशनात माझी मुलाखत होती. या निमित्ताने तिथे… pic.twitter.com/svogG36Wue
— Raj Thackeray (@RajThackeray) July 25, 2024
वही बीजेपी से दूरी की घोषणा करते ही राज ठाकरे को मुख्यमंत्री शिंदे की योजनाओं में खामियां नजर आने लगी.. तो ऐसे में सवाल ये उठने लगा है राज ठाकरे किसे नुकसान पहुंचाना चाहते है।लोकसभा चुनावों में मनसे द्वारा समर्थन के बावजूद मुंबई की छह लोकसभा सीटों में दो महायुति और चार महाविकास आघाडी को मिली थीं। मौजूदा महाराष्ट्र विधानसभा में मनसे का एक विधायक है।
ठाकरे की अगुवाई वाली मनसे ने लोकसभा चुनावों में दो सीटों की मांग की थी, लेकिन पार्टी को एक भी सीट नहीं मिली थी।महायुति को समर्थन देने के बावजूद महा विकास आघाडी को ज्यादा सीटें मिली, ऐसे में क्या महाविकास आघाड़ी मनसे के अकेले लड़ने पर अपना नुकसान कम देख रही है।राजनीतिक पंडितों की मानें तो ऐसे वक्त पर जब राज्य में महायुति के लिए खुद को मजबूत बनाना जरूरी है तब राज ठाकरे का बाहर जाना नुकसान पहुंचा सकता है। वही बीजेपी ने अकेले चुनाव लडने के सवाल पर उन्हें शुभकामनाएं दी है।
