Mamata Banerjee on Kolkata High Court: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में प्रदर्शनकारियों पर हमले और अस्पताल में तोड़फोड़ करने की हालिया घटना पर कलकत्ता हाईकोर्ट ने पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की TMC सरकार के कामकाज पर चार दिन में दूसरी बार सवाल खड़े कर दिए हैं। सबसे पहले तो ट्रेनी महिला डॉक्टर के साथ दरिंदगी से बलात्कार और हत्या के मामले में ममता बनर्जी की सरकार को कड़ी फटकार लगाई थी। अब उपद्रवियों द्वारा अस्पताल में घुसकर बुरी तरह तोड़फोड़ करने और प्रदर्शनकारियों से मारपीट करने पर चीफ जस्टिस ने बेहद नाराजगी दिखाई है।
कलकत्ता हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस टीएस शिवागणम और जस्टिस एच. भट्टाचार्य की बेंच ने उक्त अस्पताल में तोड़फोड़ के मुद्दे पर स्वत: संज्ञान लेते हुए सुनवाई की है। चीफ जस्टिस ने सुनवाई के दौरान राज्य सरकार के कामकाज पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा,’भीड़ का यह काम सीधे-सीधे राज्य सरकार की मशीनरी फेल होना है। सामान्य हालात में जब इतनी भारी भीड़ जुटती है तो वहां हालात संभालने के लिए पुलिस भी मौजूद होती है।
19 arrests so far in RG Kar hospital vandalism. Five of them were identified by social media feedback. If you recognise any of the suspects from our earlier posts, kindly inform us. Thank you for your support & trust. pic.twitter.com/zyY4sOgjBi
— Kolkata Police (@KolkataPolice) August 16, 2024
यदि 7 हज़ार लोग अस्पताल में घुस गए तो यह यकीन करना मुश्किल है कि इसमें सरकार की नाकामी नहीं है। जस्टिस ने कहा कि मरीजों को वहां से शिफ्ट कर दीजिए और आरजी कर अस्पताल को बंद कर दीजिए। हाईकोर्ट ने यह भी कहा है कि ऐसी घटनाएं डॉक्टरों के बीच भय और अनिश्चितता का माहौल पैदा कर रही हैं। पश्चिम बंगाल सरकार डॉक्टरों को सुरक्षित कार्य का वातावरण देने का विश्वास नहीं दिला पा रही है।’
वैसे कोलकाता पुलिस ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज व हॉस्पिटल में बुधवार रात को तोड़फोड़ करने के मामले में 19 लोगों को हिरासत में लिया है। इन सभी लोगों की फोटो भी पुलिस ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर जारी की है।