Sheena Vora Case : सुपरहिट फिल्म “दृश्यम” जैसा मामला महाराष्ट्र के हाई प्रोफाइल शीना बोरा मर्डर केस में भी हुआ है। उस फिल्म में भी अभियुक्त सजा से बचने के लिए मारे गये व्यक्ति का कंकाल बदल देता है। ठीक ऐसे ही शीना वोरा केस में पुलिस द्वारा बरामद की गईं हड्डियां और अवशेष गायब हो गए हैं। सीबीआई अदालत में चल रही सुनवाई के दौरान अभियोजन पक्ष ने ये जानकारी दी। उसने कोर्ट में कहा कि महाराष्ट्र के रायगढ़ में पुलिस द्वारा कथित तौर पर शीना बोरा की जो हड्डियां और अवशेष बरामद किए गए थे, उनका पता नहीं लगाया जा सका है।
गुरुवार को मुंबई के सरकारी जेजे अस्पताल के एक फोरेंसिक विशेषज्ञ डॉक्टर की गवाही के दौरान अभियोजन पक्ष ने यह खुलासा किया। अदालत फिलहाल फोरेंसिक विशेषज्ञ की गवाही दर्ज कर रही है, जिन्होंने सबसे पहले 2012 में पुलिस द्वारा बरामद की गई हड्डियों की जांच की थी।
गौरतलब है कि इंद्राणी मुखर्जी अपनी बेटी शीना बोरा की हत्या मामले में मुख्य आरोपी हैं। पुलिस के अनुसार, 24 वर्षीय शीना की कथित तौर पर अप्रैल 2012 में हत्या कर दी गई थी, जिसका खुलासा 2015 में हुआ था। गुरुवार को, स्पेशल पब्लिक प्रॉसिक्यूटर सीजे नंदोडे ने अदालत को बताया कि गवाह (फोरेंसिक विशेषज्ञ) द्वारा जांच की गई वस्तुओं की गहन खोज की गई, लेकिन वे नदारद हैं। नंदोडे ने अदालत को बताया कि वस्तुओं का पता नहीं चल पाया है, इसलिए अभियोजन पक्ष गवाह को सामान दिखाए बिना आगे की जांच का इरादा रखता है। सीबीआई कोर्ट ने सबूतों की आगे की रिकॉर्डिंग के लिए मामले को 27 जून तक स्थगित कर दिया।