Small Satellite Launch Vehicle: भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो (ISRO) ने आज 16 अगस्त 2024 को एक नया इतिहास रच दिया है। आज इसरो के सैटेलाइट ले जाने वाले स्मॉल और सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल यानी SSLV रॉकेट ने सुबह 9.33 बजे आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन स्पेस रिसर्च सेंटर में अपनी उड़ान सफलतापूर्वक पूरी कर ली है। SSLV अपने साथ तीन पेलोड्स वाली सैटेलाइट लेकर गया है, जो आकाश में रहकर धरती की निगरानी करेंगी और किसी मुसीबत के आने से पहले ही अलर्ट देंगी।
अद्भुत व ऐतिहासिक क्षण!
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र, श्रीहरिकोटा से SSLV-D3/EOS-08 मिशन की तीसरी और अंतिम विकासात्मक उड़ान के सफल प्रक्षेपण पर @isro के वैज्ञानिकों एवं पूरी टीम को हार्दिक बधाई।
माननीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी… pic.twitter.com/L3yDiT74p8
— Madan Dilawar (@madandilawar) August 16, 2024
इस मिशन की सफलता के साथ ही इसरो का 500 किलोग्राम तक के वजन की सैटेलाइट लॉन्च करने वाले सबसे छोटे रॉकेट के डेवलपमेंट का कीर्तिमान बन गया है। आज का मिशन, 2024 में बेंगलुरु मुख्यालय वाली अंतरिक्ष एजेंसी के लिए तीसरा मिशन है, इससे पहले जनवरी में पीएसएलवी-सी58/एक्सपोसैट और फरवरी में जीएसएलवी-एफ14/इनसैट-3डीएस मिशन सफल रहे थे। इस शानदार, कॉम्पैक्ट, ‘मिनी रॉकेट’ की सफल लॉन्चिंग भारत की अंतरिक्ष महत्वाकांक्षाओं के लिए एक बड़ा सुखद बदलाव साबित होने वाली है। अब इसे व्यावसायिक उपयोग के लिए उत्पादित किया जा सकता है। क्योंकि इस समय विश्व स्तर पर स्माल सेटेलाइट मार्केट तेजी से बढ़ रहा है।