Bharat Bandh Against Reservation: गत दिनों जैसे ही आरक्षण को लेकर ‘कोटे में कोटा’वाला सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया वैसे ही मीडिया में चर्चाओं का बाजार गर्म है। आरक्षण विरोधी कुछ लोगों का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला देरी से सही लेकिन दुरुस्त आया है। उनका कहना है कि यह आरक्षण के जड़ से खत्म होने की शुरुआत है।
ऐसे लोगों का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने आरक्षण पर सीधा हमला ना करते हुए सर्वोच्च न्यायालय के माध्यम से जबरदस्त चोट की है, वह सही है। आरक्षण विरोधी खेमे में इस फैसले पर मिठाइयां बांटी जा रही हैं और खुशियां मनाई जा रही हैं। वहीं दलित संगठनों ने आरक्षण के समर्थन में आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में बड़े आंदोलन के लिए कमर कस ली है।
सरकार बहुजन एकता से डरती है इसीलिए ये हमारे बीच विभाजन करके हमें कमज़ोर करना चाहती है।
क्या सुप्रीम कोर्ट के संविधान विरोधी फ़ैसले के ख़िलाफ़ शांतिपूर्ण भारत बंद होना चाहिए!
जबाव ज़रूर दें…?#SaveReservation#SupremeCourtOfIndia #Endcollagium #SCST #Reservation pic.twitter.com/kLzKR6JFmn— लवनेश बौद्ध 🪙 (@kumar_lovenesh) August 2, 2024
इसी के चलते राष्ट्रीय भीमसेना प्रमुख सतपाल तंवर ने 21 अगस्त को भारत बंद का ऐलान किया है। लिहाजा सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के विरोध में देश के कोने-कोने में बड़े आंदोलन की सुगबुगाहट तेज हो गई है।दलित समाज के विभिन्न संगठन और संस्थाओं ने आरक्षण को बचाने किए 21 अगस्त भारत बंद के लिए अभी से तैयारियां शुरू कर दी हैं।