Modi Apologizes To Shivaji Maharaj: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग में वीर शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिरने के मुद्दे पर आज सार्वजनिक रूप से माफी मांगी, जिसके लिए कांग्रेस और अन्य संगठन मोदी के विरोध में आंदोलन कर रहे थे।आज, शुक्रवार को पालघर में करोड़ों की परियोजनाओं के शिलान्यास के लिए आए प्रधानमंत्री मोदी ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा-
“कुछ दिन पहले सिंधुदुर्ग में जो हुआ अफसोसजनक है। छत्रपति शिवाजी महाराज मेरे और मेरे दोस्तों के लिए सिर्फ एक नाम नहीं हैं ; हमारे लिए, छत्रपति शिवाजी महाराज सिर्फ एक महाराजा नहीं हैं; वे हमारे लिए पूजनीय हैं। आज, मैं छत्रपति शिवाजी महाराज के सामने नतमस्तक हूं और उनसे क्षमा मांगता हूं।”
#WATCH | PM Narendra Modi speaks on the Chhatrapati Shivaji Maharaj’s statue collapse incident in Malvan.
He says, “…Chhatrapati Shivaji Maharaj is not just a name for us… today I bow my head and apologise to my god Chhatrapati Shivaji Maharaj. Our values are different, we… pic.twitter.com/5XDUIU9gvb
— DD India (@DDIndialive) August 30, 2024
पीएम मोदी ने कहा, “मैं सिर झुकाकर अपने भगवान छत्रपति शिवाजी महाराज से माफी मांगता हूं। हमारे मूल्य अलग हैं, हम वो लोग नहीं हैं, जो गाली देते रहते हैं। लेकिन महाराष्ट्र में कुछ लोग भारत माता के महान सपूत, इस भूमि के सपूत वीर सावरकर का अपमान कर रहे हैं. वो इसके लिए माफी मांगने को तैयार नहीं हैं, लेकिन इस मामले पर अदालत में लड़ने के लिए तैयार हैं।” यानी मोदी ने माफी तो मांगी पर साथ ही विपक्ष को घेरते हुए सावरकर का मुद्दा भी छेड़ दिया। उल्लेखनीय है कि छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा का अनावरण पिछले साल 4 दिसंबर को नौसेना दिवस समारोह के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने ही किया था।
महाराष्ट्र की जनता और विपक्ष के घोर विरोध ने आज नरेंद्र मोदी को छत्रपति शिवाजी महाराज से माफी मांगने पर मजबूर कर दिया।
लेकिन ये माफी नहीं ढोंग है।
अगर मोदी वाकई में अपने इस अक्ष्म्य पाप के लिए माफी मांग रहे हैं, तो वे महाराष्ट्र के CM और डिप्टी CM को अपने पद से हटाएं।
साथ ही…
— Congress (@INCIndia) August 30, 2024
इस प्रतिमा को लगाने का मकसद, छत्रपति शिवाजी महाराज की विरासत और मराठा नौसेना के आधुनिक भारतीय नौसेना के साथ ऐतिहासिक संबंधों का सम्मान करना था। इससे पहले शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिरने पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस और डिप्टी सीएम अजित पवार भी माफी मांग चुके हैं।